कंक्रीट मिक्सर इस्तमाल करने के तरीके और उसको इस्तमाल करने के लिए क्या सावधानी लेनी चाहिए?                

पुराने ज़माने में एक मुहावरा था, " ओल्ड इस गोल्ड " ठीक उसी तरह से आज के जमने में जो बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी है, उसमे १ बैग मिक्सर का अस्तित्व टिका हुआ है, यह एक मात्र ऐसा मशीन है जो शुरू से अभी तक पॉपुलर रहा है, इसके कुछ खास पैलु है, जिसके बारे में आज हम यहा सविस्तर से चर्चा करेंगे.

                 आप अगर सोचते है की इंडिया या पुरे विश्व में सिविल इंडस्ट्री में बहुत बदलाव आया हैं , और नए नए मशीन उपलब्ध हुए हैं, लेकिन भारत में अभी भी पुराने ज़माने के मशीन का ज्यादा इस्तमाल होता हैं , हर साल लगभग २,५०,०००  वर्कर इस मिक्सर का इस्माल करते है, लेकिन इस मिक्सर को अच्छी तरह से या स्किल वर्कर पुरे भारत में बस १०% हैं, और भी चुका देनेवाली ये बात है की हर साल लगबग २८००० लोग इसी मिक्सर को इस्माल करते समय घायल हो जाते हैं, और लगबग ४६ लोग अपनी जान से हाथ धो लेते हैं, यह बात हम लोग नहीं विकिपीडिया भी कहती हैं, है इसलिए इस मिक्सर को अच्छी तरह से कैसे इस्माल करें यह जानकारी भी हम यहां देंगे,


१. कैसे तय्यार हुआ ये मिक्सचर?

इस मिक्सर का निर्माण विदेश में १९१६ के पहले हुआ हैं, उस समय इतने एडवांस और स्टिक और जल्द कंक्रीट का मिश्रण करने वाला यही एक मशीन हुआ करता था, इस मशीन से पहले बहुत बड़े स्ट्रक्टर्स बनाये गए है, लेकिन समय के साथ साथ नए तकनीक का इस्तमाल बढ़ता गया और इस मशीन की पॉपुलैरिटी कम होने लगी, १९१६ के बाद कंक्रीट ट्रक आ गया और उसके बाद की सरे नये नये कंक्रीट मिक्सर मशीन का निर्माण किया गया.


२. कैसे करते थे इस्तमाल?

 पहले के जमने में सब काम लेबर से होता था, अभी भी होता यही, लेकिन अभी मशीन का इस्तमाल ज्यादा होता है, जब भी कभी इस मिक्सर से कॉन्क्रीट करते थे तो बहुत साल तक वो कंक्रीट यहाँ से वहा लेके जाने के लिए गधो का इस्तमाल किया जाता था, पहले तो गधो से ही रॉ मटेरियल मतलब रेती और कड़ी का शिफ्टिंग किया जाता था, १९७० से १९८० तक बहुत सरे काम गधो के इस्तमाल से किया जाते थे,  उसके बाद नए मशीन आ गए और गधो के पीठ के ऊपर का बोझ कम हो गया,
       कॉन्क्रीट का मिक्स डिज़ाइन भी मैन्युअली बनाया जाता था, जिसका स्ट्रेंत आजके जमने से कई गुना ज्यादा था, उस समय मटेरियल भी अच्छी क्वालिटी का मिल जाता था, हर एक बैच में १ बोरी और रेती के २ मेज़रिंग बॉक्स और खड़ी के ४ मेज़रिंग बॉक्स या एक मेज़रिंग बॉक्स में कितने घमेला रेती और कड़ी बैठती है उस हिसाब से इस्तमाल करते थे.


३. कैसे से टाइप के हैं १ बैग कंक्रीट मिक्सर?

पुराने ज़माने में इस १ मिक्सर एक ही टाइप का मिलता था अब नई टेक्नोलॉजी के आने के बाद इसमें बहुत सारे बदलाव किये गए , पहले यह मिक्सर सिर्फ डीज़ल  इंजीन पे ही चलते थे , अभी भी बहुत सारे मिक्सर डीज़ल इंजिन पे हैं, लेकिन अभी इलेक्ट्रिक मोटर पे चलते हैं जिससे पानी की मात्रा और कंक्रीट का मिश्रण भी बहुत सटीक तरीके से होता है, अभी मार्किट में १ बैग मिक्सर के साथ साथ २ बैग और ३ बैग के मिक्सर भी उपलब्ध है.



४. ये मिक्सर इस्तेमाल करते समय कौनसी सावधानिया बरतनी चाहिए?


जैसे की पहले बताया गया है की इस मिक्सर पे एक साल में लगभग २,५०,००० वर्कर काम करते है उसमे से सिर्फ १०% वर्कर को उसको सही इस्तमाल करने की जानकारी है, इसी कारन हर साल लगबग २८००० लोग घायल होते यही, और ४६ लोग अपनी जान गवाते है, इसलिए इस को सही सही उसे करने का तरीका मालूम करना बहुत जरुरी है, निचे दिए गए प्रोसेस के साथ ये मिक्सर को इस्तमाल करे.
   १. मिक्सर का मेंटेनन्स अच्छे और कम्पनी के इंजीनियर से ही करिये,
   २. हर बार कंक्रीट का काम पूरा करने के बाद उसे अच्छी तरह से साफ़ करे और उसे ऑइल लगाके रखिये,
   ३. काम जल्दी ख़तम करने के लिए एक्स्ट्रा लोडिंग कभी मत करिये
   ४. सभी वायररोप की हर हफ्ते जाँच करिये, अगर कुछ गड़बड़ है तो तुरंत रिपेयर करिये
   ५. कंक्रीट मिक्सर हर बार जमीं से १ ये १.५ फुट ऊपर रखिये
   ६. काम शुरू करने से पहले मिक्सर मशीन को एकदम सटीक तरीके से लेवल में और बैलेंस करके रखिये
   ७. लेवल करने के बाद मिक्सर मशीन के निचे व्लाकड़ी का, या रबर का या लोखंड के चॅनेल का बांया हुआ फ्रेम ही रखिये अगर मिक्सर के व्हील पे आप चलएंगे तो उसके व्हील तुरंत ख़राब हो जायेंगे
   ८. हर ब्रेक और हंड़ी के घूमने के गति का हर बार जाँच करिये
   ९. हंडी मिक्सर मशीन का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं, उसकी हर बर अच्छे से देखभाल रखिये
   १०. मिक्सर के हंडी में कभी भी कंक्रीट जमा न होने दे, ये जमा हुआ कंक्रीट हांड़ी और मिक्सर मशीन का लाइफ कम क्र देता हैं
   ११. हांड़ी के साथ साथ इंजन का भी ख्याल रखिये क्युकी ये आपको काम के समय धोका दे सकता है, इसलिए इंजन का ऑइल, और समय पे मेंटेनन्स बहुत जरुरी है
   १२. इंजन को ज्यादा लोड पे मत चलाइये


   १३. कंक्रीट बनाते समय कभी भी जरुरत से ज्यादा पानी मत इस्तमाल करिये,
   १४. हमेशा स्टैण्डर्ड प्रोसीजर ही फॉलो करें
   १५. अभी घमेला इस्तमाल करने के बजाय आप वेट बैचर का इस्तेमाल करें
   १६. पानी डालने के लिए अभी मोटर का इस्तमाल कर सकते है जो स्टैण्डर्ड और सटीक तरिके से जितना चाहिए उतना ही पानी डालता हैं
   १७. सभी लेबर को ट्रेनिंग दीजिये
   १८. मिक्सर मशीन चालू होने के बाद छोटे बच्चो एवं बगैर काम के लोगो को मशीन के नजदीक आने मत दीजिये
  १९. हर बैच का स्लम चेक करिये
  २०. हर बार कंक्रीट के क्यूब भरिये और उसकी जाँच करिये
  २१. क्रश सैंड और खड़ी की क्वालिटी भी चैक करिये अगर क्रश सैंड बहुत बारीक़ होगी तो ज्यादा अपनी सोक लेगी और कंक्रीट ज्यादा गाढ़ा होगा जो हांड़ी बहार आने के लिए ज्यादा और काम ख़राब हो जायेगा जहाँ पे आप वैसा कंक्रीट इस्तमाल करेंगे वहां पे लीकेज की ज्यादा आशका होती है,
  २२. हर बार सीमेंट इस्तमाल करते समय उसके गोनी का बैच नंबर और तारीख जाँच करिये
  २३. याद रखिये कॉन्क्रीट करते समय कभी भी जरुरत से काम और जरुरत से ज्यादा पानी का इस्तमाल मत करिये नहीं तो आपका पूरा काम बिघड जायेगा
सब क्यूब फेल हो सकते है और अपने बनाई हुई बिल्डिंग गिर सकती है,
  २४. जब आप कॉन्क्रीट कर रहे हो तो आपकी जिम्मेदारी को समझे और काम करे.


५. १ बैग मिक्सर क्यों है इतना पॉपुलर?

पूरी दुनिया में बहुत नयी नयी टेक्नोलॉजी आयी है तो कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री कैसे पीछे रह सकती है, इतने सरे नए नए टैप के कंक्रीट मिक्सर आने के बाद भी यही पुराण मिक्सर एही इतना क्यों पॉपुलर है? यही सवाल सबको पड़ा हैं ,
    ये मिक्सर पॉपुलर होने के कई कारन हैं, जैसे
१. इसका इस्माल करना बहुत ज्यादा आसान हैं
२. इसमें कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जोड़े हुए नहीं है या इसको इस्माल करने के लिए कोई भी अलग शिक्षा या एजुकेशन की जरुरत नहीं है.
३. इसको कोई भी वर्कर आसानी से चला सकता हैं
४. भारत में अनस्किल वर्कर की संख्या बहुत ज्यादा है और ये मिक्सर वो लोग आसानी से चला सकते हैं
५. भारत में छोटे छोटे घरो को बनवाने की  बहुत ज्यादा है , और ये मिक्सचर छोटे घर बनवाने के लिए बहुत ज्यादा काम में आता है
६. बिजली की जरुरत नहीं हैं
७. कही भी आसानी से शिफ्ट कर सकते है
८. मिक्सर को सेट करने के लिए कम समय लगता है
९. इस मिक्सर बहुत कम जगह लगता है जो भारत में छोटे छोटे गली में घर बनवाने में बहुत ज्यादा इस्तमाल होता है
१०. इस मिक्सर को लिफ्ट मशीन, पटरी, टफ राइडर, पंप भी जोड़ सकते है
११. इस मिक्सर को रिपेयर करने के लिए कही भी एकदम आसानी से मैकेनिक मिल जाता है,
१२. भारत में छोटे कांट्रेक्टर की संख्या बहुत ज्यादा हैं, जिनको ये मिक्सर उनके बजेट में मिल जाता हैं
१३. सभी लेबर इसी मिक्सर के फेमिलिअर है



             ऊपर दिए हुए सभी करने के कारन इस मिक्सर की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है, और ऐसे ही बरक़रार रहेगी,
             लेकिन कोई भी मशीन इस्माल करने के कुछ स्टैण्डर्ड तरीके होते है, उस प्रोसेस को फॉलो करना चाहिए तो हो आपको आसानी होगी


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Team CBEC